प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PMKVY) 2023

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PMKVY) एक कौशल विकास योजना है जिसे भारत सरकार द्वारा 2023 में शुरू किया गया था। इस योजना का उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करना है। योजना के तहत, सरकार ने 18 पारंपरिक व्यवसायों को चुना है, जिनमें बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची आदि शामिल हैं।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PMKVY) योजना के लाभ

योजना के तहत, सरकार पारंपरिक कारीगरों को निम्नलिखित लाभ प्रदान करेगी:

  • 6 दिन का नि:शुल्क प्रशिक्षण
  • 1 लाख रुपये तक का ऋण 5% की ब्याज दर पर
  • बाजार पहुंच में सहायता

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PMKVY) पात्रता मानदंड

योजना का लाभ उठाने के लिए पारंपरिक कारीगरों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:

  • आवेदक की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • आवेदक को उस व्यवसाय में कम से कम 5 वर्ष का अनुभव होना चाहिए।
  • आवेदक को उस व्यवसाय में प्रशिक्षण प्राप्त होना चाहिए।

PMKVY आवेदन प्रक्रिया

योजना के तहत प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने के लिए, आवेदकों को संबंधित प्रशिक्षण संस्थान में आवेदन करना होगा। आवेदन पत्र ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा किया जा सकता है।

PMKVY योजना का लक्ष्य

योजना का लक्ष्य 2027-28 तक देश भर में 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को लाभान्वित करना है।

PMKVY योजना का महत्व

पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है जो देश के पारंपरिक कारीगरों को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करके उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद करेगी। योजना के तहत, पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक तकनीकों और कौशलों का प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे उन्हें अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, योजना पारंपरिक कारीगरों को रोजगार के अवसरों और वित्तीय सहायता प्रदान करके उनके जीवन स्तर में सुधार करने में मदद करेगी।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:

  • पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक तकनीकों और कौशलों का प्रशिक्षण मिलेगा।
  • पारंपरिक कारीगरों को रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।
  • पारंपरिक कारीगरों की आय में वृद्धि होगी।
  • पारंपरिक कारीगरों के जीवन स्तर में सुधार होगा।

योजना देश के पारंपरिक कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह उन्हें अपने कौशल को बढ़ाने और अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करेगी।